रोल्स रॉयस का नाम सुनते ही हमारे मन में एक आलीशान, लग्जरी कार की छवि उभरती है। इस प्रतिष्ठित ब्रांड की शुरुआत 1904 में इंग्लैंड में हुई थी, जब चार्ल्स रॉल्स और हेनरी रॉयस ने मिलकर इसे स्थापित किया।
हेनरी रॉयस एक शानदार इंजीनियर थे, जिन्होंने 1904 में पहली बार अपनी कार बनाई थी। उसी समय चार्ल्स रॉल्स, जो एक धनी कारोबारी और कार डीलर थे, उनकी मुलाकात रॉयस से हुई। इस मुलाकात के बाद, दोनों ने साथ मिलकर एक ऐसी कार बनाने का निर्णय लिया जो गुणवत्ता, आराम और प्रदर्शन का प्रतीक हो।
1906 में, रोल्स रॉयस कंपनी ने अपनी पहली कार “सिल्वर घोस्ट” को लॉन्च किया। यह कार उस समय की सबसे बेहतरीन और विश्वसनीय कार मानी गई। इसे “द बेस्ट कार इन द वर्ल्ड” का खिताब भी मिला। सिल्वर घोस्ट ने रोल्स रॉयस को एक वैश्विक ब्रांड के रूप में स्थापित किया।
रोल्स रॉयस की सफलता सिर्फ कारों तक सीमित नहीं रही। 1914 में, कंपनी ने विमान इंजन बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया। रोल्स रॉयस के विमान इंजन ने विश्व युद्धों के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और आज भी यह क्षेत्र में अग्रणी है।
रोल्स रॉयस का सफर गुणवत्ता, नवाचार और उत्कृष्टता की मिसाल है। यह ब्रांड न केवल शानदार कारों का प्रतीक है, बल्कि यह उन उच्च मानकों का भी प्रतिनिधित्व करता है जो चार्ल्स रॉल्स और हेनरी रॉयस ने अपनी कंपनी की स्थापना के समय तय किए थे। आज भी रोल्स रॉयस दुनिया भर में विलासिता और प्रतिष्ठा का पर्याय है।